हाल ही में IndiGo flight से जुड़े एक मामले ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है। घटना 24 सितंबर 2024 को हुई, जब पुणे से बेंगलुरु जाने वाली IndiGo फ्लाइट 6E361 में पायलट ने उड़ान भरने से इनकार कर दिया, यह कहते हुए कि उनकी ड्यूटी के घंटे समाप्त हो चुके हैं। इसके कारण फ्लाइट को 5 घंटे की देरी का सामना करना पड़ा। इस देरी के बाद यात्रियों में गुस्सा और निराशा की लहर दौड़ गई, जिसका नतीजा एक वायरल वीडियो के रूप में सामने आया।
IndiGo Flight घटना का विवरण
यह घटना तब सुर्खियों में आई जब एक X यूजर (पहले ट्विटर) आयुष कुमार ने फ्लाइट में हो रही असुविधा का वीडियो साझा किया। इस वीडियो में यात्रियों को पायलट और IndiGo के क्रू से इस देरी का कारण पूछते हुए दिखाया गया है। वीडियो में एक महिला यह कहते हुए नजर आती है कि “तो ये लोग इस तरह से दरवाजा बंद कर देते हैं क्योंकि उनके पास कोई जवाब नहीं है।” पायलट ने नाराज यात्रियों की बातें सुनने के बाद कॉकपिट का दरवाजा बंद कर दिया। यह दृश्य IndiGo के ग्राहकों की सेवा के प्रति उदासीनता को दिखाता है, जिससे सोशल मीडिया पर भी गुस्सा देखा गया।
सोशल मीडिया पर IndiGo Flight पर प्रतिक्रिया
वीडियो के वायरल होने के बाद यात्रियों ने IndiGo पर तीखे सवाल खड़े किए। आयुष कुमार, जिन्होंने यह वीडियो पोस्ट किया था, ने लिखा, “IndiGo फ्लाइट 6E, पुणे से बेंगलुरु के लिए, 5 घंटे की देरी से रवाना हुई क्योंकि पायलट ने ड्यूटी खत्म होने का हवाला देते हुए उड़ान भरने से मना कर दिया। यात्रियों को न तो कोई रिफ्रेशमेंट दिया गया और न ही कोई मुआवजा। ग्राहक सेवा के प्रति यह पूरी तरह से अनदेखी है। ऐसा कैसे होने दिया जा सकता है?”
IndiGo का बयान
इस विवाद के बाद, IndiGo की ओर से एक बयान जारी किया गया। IndiGo ने बताया कि फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन की वजह से यह देरी हुई। एयरलाइन ने कहा, “फ्लाइट 6E361, जो 24 सितंबर 2024 को पुणे से बेंगलुरु के लिए निर्धारित थी, परिचालन कारणों की वजह से देरी से चली। यात्रियों को समय-समय पर जानकारी दी गई और हमारी टीम पूरे समय वहां मौजूद रही। हम इस असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।”
IndiGo Flight की कस्टमर सेवा पर सवाल
इस घटना ने IndiGo की कस्टमर सेवा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि इतनी लंबी देरी के बावजूद उन्हें न तो कोई रिफ्रेशमेंट दिया गया और न ही मुआवजे की पेशकश की गई। यह पहली बार नहीं है जब IndiGo इस तरह की स्थिति का सामना कर रही है। इससे पहले भी एयरलाइन से जुड़े कई मामले सामने आ चुके हैं, जहां यात्रियों ने खराब कस्टमर सेवा की शिकायत की है।
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन क्या है?
फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) वह समय सीमा होती है जिसके बाद पायलट को उड़ान भरने की अनुमति नहीं होती। यह नियम इसलिए लागू किया गया है ताकि पायलट की थकान से कोई दुर्घटना न हो। हालांकि, यह नियम यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो सकता है, खासकर जब उन्हें लंबी देरी का सामना करना पड़ता है। इस मामले में भी, IndiGo के पायलट ने अपने ड्यूटी घंटों की समाप्ति का हवाला देते हुए उड़ान भरने से इनकार कर दिया।
सोशल मीडिया पर दूसरी घटनाएं
IndiGo इससे पहले भी विवादों में रह चुकी है। हाल ही में एक अन्य वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक समूह के यात्रियों को एयरपोर्ट पर IndiGo के ग्राउंड स्टाफ पर चिल्लाते हुए देखा गया था। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया गया और एयरलाइन की छवि को प्रभावित किया। यह घटनाएं IndiGo की कस्टमर सेवा के प्रति गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं।
निष्कर्ष
यह घटना IndiGo की परिचालन प्रक्रिया और कस्टमर सेवा की खामियों को उजागर करती है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन जैसे नियम आवश्यक हैं, लेकिन यात्रियों को सही जानकारी और सुविधा प्रदान करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। IndiGo को इस घटना से सीख लेनी चाहिए और भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के उपाय करने चाहिए ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके।