हाल ही में करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. Raj Shekhawat का नाम काफी चर्चा में आया है। डॉ. Raj Shekhawat ने एक वीडियो संदेश में बताया कि उन्होंने Lawrence Bishnoi पर 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का इनाम रखा है। यह इनाम उस पुलिसकर्मी को दिया जाएगा जो Lawrence Bishnoi को मुठभेड़ में मार गिराएगा। शेखावत का यह बयान देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसके पीछे की कहानी जानने के लिए लोग उत्सुक हैं।
Lawrence Bishnoi और करनी सेना के बीच विवाद का कारण
डॉ. Raj Shekhawat ने यह कदम करनी सेना के एक बड़े नेता सुखदेव गोगामेदी की हत्या के कारण उठाया है। शेखावत का दावा है कि Lawrence Bishnoi के इशारे पर सुखदेव गोगामेदी की हत्या करवाई गई थी। पिछले साल दिसंबर में जयपुर स्थित उनके निवास पर दो लोग उनसे मिलने आए थे और बातचीत के दौरान उन पर गोलियां चलाई गईं। इस हमले की जिम्मेदारी Lawrence Bishnoi के साथी गोल्डी बरार ने ली थी, जो इस समय विदेश में रहकर उसकी गैंग को संचालित कर रहा है।
करनी सेना की मांग और Raj Shekhawat की भूमिका
करनी सेना के प्रमुख डॉ. Raj Shekhawat, जो वडोदरा, गुजरात से इस संगठन का संचालन करते हैं, का कहना है कि उन्होंने देश को “डर से मुक्त” कराने के लिए यह कदम उठाया है। उनका मानना है कि Lawrence Bishnoi जैसे अपराधी समाज में डर का माहौल पैदा करते हैं और इनका अंत केवल मुठभेड़ से ही हो सकता है। शेखावत के अनुसार, उन्होंने देश की सीमा सुरक्षा बल (BSF) में भी सेवा की है और कश्मीर घाटी में 8 साल तक आतंकवाद विरोधी अभियानों में हिस्सा लिया है। उन्होंने कारगिल युद्ध में भी भाग लिया था, जिसके कारण वह देशभक्ति की भावना से प्रेरित होकर Lawrence Bishnoi की मौत की मांग कर रहे हैं।
Lawrence Bishnoi का अपराधी रिकॉर्ड
Lawrence Bishnoi का नाम अपराध की दुनिया में लंबे समय से उभरता आ रहा है। वह विभिन्न मामलों में संलिप्त रहा है, जिसमें हत्या, अपहरण और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। उसकी गैंग भारत के कई हिस्सों में सक्रिय है और उसने समाज में एक भय का वातावरण बना दिया है। इस गैंग का नेतृत्व वर्तमान में गोल्डी बरार कर रहा है, जो Lawrence Bishnoi के करीबी सहयोगी हैं और विदेश में रहकर उनकी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं। करनी सेना के नेता सुखदेव गोगामेदी की हत्या के बाद से करनी सेना का Lawrence Bishnoi के खिलाफ रोष बढ़ गया है, और इसी कारण डॉ. शेखावत ने इस मुठभेड़ की मांग की है।
Raj Shekhawat की मांग का उद्देश्य
करनी सेना का उद्देश्य Lawrence Bishnoi जैसे अपराधियों का अंत कर समाज में शांति और सुरक्षा स्थापित करना है। डॉ. Raj Shekhawat का मानना है कि Lawrence Bishnoi की मौत से समाज में अपराधियों का डर कम होगा और लोग भयमुक्त जीवन जी सकेंगे। उनका कहना है कि देश को “भयमुक्त भारत” की आवश्यकता है, और यह तभी संभव है जब Lawrence Bishnoi जैसे अपराधियों का अंत हो। शेखावत की इस मांग को कई लोगों का समर्थन मिल रहा है, वहीं कुछ लोग इसे कानूनी प्रक्रिया से अलग मानते हुए इस पर सवाल उठा रहे हैं।
निष्कर्ष
डॉ. Raj Shekhawat और करनी सेना की यह मांग Lawrence Bishnoi के खिलाफ कड़ा संदेश है। शेखावत की इस पहल ने देशभर में एक नई बहस छेड़ दी है। इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि समाज में अपराधियों के खिलाफ रोष बढ़ रहा है और लोग एक सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण की उम्मीद कर रहे हैं। Lawrence Bishnoi और करनी सेना के इस विवाद ने न केवल कानून व्यवस्था बल्कि सामाजिक सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े किए हैं। आने वाले समय में देखना होगा कि इस विवाद का क्या परिणाम निकलता है और Lawrence Bishnoi के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।
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