Devender Singh Rana, जो भाजपा के मज़बूत नेताओं में से एक थे, का निधन हो गया है। 59 वर्षीय नेता का निधन फरीदाबाद में लंबी बीमारी के बाद हुआ। देवेंद्र सिंह राणा को जम्मू के Dogra समुदाय का मज़बूत प्रतिनिधि माना जाता था। उनके निधन से जम्मू में शोक का माहौल है और उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।
भाजपा में एक मज़बूत आवाज़: विधायक का जीवन सफर
Devender Singh Rana, जो जम्मू-कश्मीर के नागरोटा से भाजपा विधायक थे, ने राजनीति में खासा नाम कमाया। वे पहले नेशनल कांफ्रेंस में थे लेकिन 2021 में भाजपा में शामिल हुए। देवेंद्र सिंह राणा के निधन पर Omar Abdullah ने गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “हमारे बीच के मतभेदों के बावजूद, मैंने साथ बिताए हुए अच्छे पलों को याद किया।”
भाजपा में शामिल होने से पहले का राजनीतिक सफर
Devender Singh Rana, Omar Abdullah के पहले कार्यकाल में विश्वासपात्र थे। उन्होंने करीब दो दशकों तक नेशनल कांफ्रेंस के साथ काम किया और फिर भाजपा में शामिल हो गए। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी देवेंद्र सिंह राणा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ये जम्मू-कश्मीर के लिए अपूरणीय क्षति है।
लोगों में शोक की लहर
Devender Singh Rana के निधन की खबर से समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके चाहने वाले गांधी नगर स्थित उनके निवास पर एकत्रित हुए। भाजपा प्रवक्ता साजिद यूसुफ ने देवेंद्र सिंह राणा के निधन को “अचानक और दुखद” बताया। उन्होंने कहा कि यह पार्टी और समर्थकों के लिए बड़ा झटका है।
जम्मू यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति का श्रद्धांजलि
जम्मू यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति अमिताभ मट्टू ने Devender Singh Rana के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें एक “प्रतिभाशाली नेता और उद्यमी” के रूप में याद किया। राजनीति में प्रवेश करने से पहले देवेंद्र सिंह राणा एक सफल व्यवसायी थे। उन्होंने राजनीति में अपने समर्थकों का विश्वास जीता और हमेशा Dogra समुदाय के हितों के लिए काम किया।
उनका राजनीतिक सफर और उपलब्धियां
Devender Singh Rana ने हाल ही में नागरोटा सीट पर 30,472 वोटों की बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा के लिए इस सीट को सुरक्षित रखा और जनता का समर्थन हासिल किया। भाजपा में शामिल होने के बाद से देवेंद्र सिंह राणा ने पार्टी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों के हितों के लिए काम किया और हमेशा Dogra समुदाय के प्रतिनिधि बने रहे।
Devender Singh Rana के परिवार में शोक
उनके निधन के बाद उनके परिवार में शोक का माहौल है। Devender Singh Rana अपने पीछे पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा छोड़ गए हैं। उनका शव जम्मू लाया जा रहा है और अंतिम संस्कार शुक्रवार को होने की उम्मीद है। उनके भाई और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी उनके निधन की खबर मिलते ही जम्मू पहुंच गए।
एक अपूरणीय क्षति
Devender Singh Rana का निधन जम्मू-कश्मीर की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी और उनके योगदान को याद किया जाएगा। देवेंद्र सिंह राणा ने अपने पूरे जीवन में अपने समर्थकों और क्षेत्र के लोगों के हित में काम किया। उनके निधन से जम्मू-कश्मीर में एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हो गया है।
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