Australia ban Social Media: Australia ने बच्चों की सुरक्षा के लिए सोशल मीडिया पर सख्त प्रतिबंध की योजना बनाई है। प्रधानमंत्री Anthony Albanese के नेतृत्व में यह पहल दुनियाभर में अपनी तरह की पहली है, जिसका उद्देश्य 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया को पूरी तरह से बंद करना है। इस प्रस्ताव में विशेष रूप से बच्चों की मानसिक और शारीरिक सुरक्षा पर जोर दिया गया है।
Anthony Albanese का कहना है कि बच्चों पर सोशल मीडिया के नकारात्मक प्रभाव को रोकने के लिए यह कदम उठाना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर बच्चों की पहुँच को रोकने के लिए Australia एक नया उम्र सत्यापन सिस्टम ट्रायल कर रहा है, जिसमें बायोमेट्रिक्स और सरकारी पहचान पत्र जैसी तकनीकें शामिल हैं। यह दुनिया में अपने तरह का पहला प्रयोग है और इसे अन्य देशों के लिए एक आदर्श के रूप में देखा जा रहा है।
बच्चों पर सोशल मीडिया का नकारात्मक प्रभाव
Anthony Albanese ने बताया कि सोशल मीडिया पर बच्चों के लगातार सक्रिय रहने से उनकी मानसिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस समस्या में विशेष रूप से लड़कियों को आत्म-सम्मान की कमी और नकारात्मक बॉडी इमेज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जबकि लड़कों पर नफरत और दुर्व्यवहार को बढ़ावा देने वाले कंटेंट का नकारात्मक प्रभाव होता है। Albanese का मानना है कि ये समस्याएं बच्चों की परिपक्वता और मानसिक विकास में बाधा बन रही हैं।
“यदि 14 वर्ष का बच्चा लगातार ऐसा कंटेंट देखता है, तो उस पर इसका गहरा असर पड़ता है,” Albanese ने कहा।
कैसे काम करेगा यह नया कानून?
Australia सरकार इस कानून को 2023 में संसद में पेश करेगी, जिसके एक साल बाद इसे लागू किया जाएगा। Anthony Albanese ने स्पष्ट किया है कि इसमें किसी भी प्रकार की माता-पिता की अनुमति से छूट नहीं दी जाएगी, न ही पहले से मौजूद अकाउंट्स के लिए कोई विशेषाधिकार होगा। सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे Meta Platforms (Facebook, Instagram), TikTok, और YouTube को इस नए कानून का पालन करना होगा।
Rowland के अनुसार, प्लेटफार्मों पर यह जिम्मेदारी होगी कि वे यह साबित करें कि वे बच्चों की पहुँच को रोकने के लिए उचित कदम उठा रहे हैं, जिससे माता-पिता पर कोई अतिरिक्त बोझ न आए। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चे सुरक्षा में रहें और ऑनलाइन नकारात्मकता से दूर रहें।
सामाजिक और तकनीकी प्रतिक्रियाएं
DIGI, जो Meta, TikTok, X और Google जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों का प्रतिनिधित्व करता है, ने चिंता जताई है कि इस कानून के कारण बच्चे अनियमित और खतरनाक ऑनलाइन प्लेटफार्मों की ओर रुख कर सकते हैं। DIGI की प्रबंध निदेशक Sunita Bose ने कहा कि किशोरों के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों पर बैन के बजाय, एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाना चाहिए जिससे सुरक्षित डिजिटल वातावरण बन सके और बच्चों की डिजिटल साक्षरता बढ़ाई जा सके।
उन्होंने कहा, “हमें 21वीं सदी की चुनौतियों का समाधान देने के लिए प्रतिबंधों के बजाय संतुलित दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।” DIGI का मानना है कि इस प्रकार के कड़े कानूनों से बच्चे ऑनलाइन समस्याओं से सुरक्षित नहीं होंगे, बल्कि इससे वह अन्य गैर-आधिकारिक वेबसाइटों पर भी जा सकते हैं।
अन्य देशों में सोशल मीडिया पर बच्चों के लिए नियम
Australia के अलावा, अन्य कई देशों ने भी बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने की पहल की है। फ्रांस ने 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध की योजना बनाई थी, जिसमें माता-पिता की अनुमति के बाद ही उन्हें प्लेटफार्म पर पहुँच मिल सकती थी। अमेरिका में, बच्चों के डेटा तक पहुँचने के लिए तकनीकी कंपनियों को माता-पिता की अनुमति लेनी होती है। 13 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखने के लिए कई प्लेटफार्मों ने अपने नियम कड़े कर दिए हैं।
निष्कर्ष: बच्चों की सुरक्षा के प्रति उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम
Anthony Albanese का यह नया प्रस्ताव बच्चों की सुरक्षा के प्रति एक साहसिक और विश्व-स्तरीय कदम है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि इस कानून के लागू होने के बाद इसके क्या प्रभाव होंगे और किस हद तक यह बच्चों को सोशल मीडिया के खतरों से दूर रखने में सफल होता है। फिर भी, यह स्पष्ट है कि Australia बच्चों की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और अन्य देशों के लिए एक नजीर पेश कर रहा है।
Anthony Albanese का यह प्रयास बच्चों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकता है और संभवतः भविष्य में अन्य देश भी इसी तरह के कदम उठाने पर विचार कर सकते हैं।
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