Bajaj Housing Finance IPO ने सोमवार, 9 सितंबर को खुलते ही पहले चार घंटों में ही अपनी पूरी सब्सक्रिप्शन पा ली। इस IPO ने पहले ही दिन 2.01 गुना बुकिंग हासिल कर ली। खासकर उच्च नेटवर्क संपत्ति वाले निवेशकों (HNIs) और खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा ओवरसब्सक्राइब हो गया है। HNIs का हिस्सा 4.35 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.50 गुना सब्सक्राइब हुआ है। वहीं, क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) के लिए आरक्षित हिस्सा 1.07 गुना भरा गया।
इस IPO का मूल्य बैंड ₹66 से ₹70 प्रति शेयर रखा गया है। IPO के तहत ₹3,560 करोड़ की नई इक्विटी शेयरों की पेशकश और ₹3,000 करोड़ की पेशकश-बिक्री (OFS) बजाज फाइनेंस द्वारा की गई है। इस IPO से प्राप्त राशि का उपयोग कंपनी की पूंजी जरूरतों को पूरा करने और भविष्य में पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा। यह IPO भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए लाया जा रहा है, जो ऊपरी परत के गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध करने का निर्देश देता है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में Bajaj Housing Finance IPO की स्थिति
IPO के सब्सक्रिप्शन स्टेटस के साथ-साथ, ग्रे मार्केट में बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के शेयरों पर भी निवेशकों की नजर है। विभिन्न प्लेटफार्मों के अनुसार, बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO के शेयर ग्रे मार्केट में ₹50-51 प्रति शेयर के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, जो लगभग 70% की प्रीमियम को दर्शाता है। इससे निवेशकों के बीच IPO के प्रति बढ़ती मांग का संकेत मिलता है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने पहले ही दिन अपने एंकर निवेशकों से ₹1,758 करोड़ जुटा लिए थे। यह ₹6,560 करोड़ का विशाल IPO है, जो 11 सितंबर को बंद होगा। पहले ही दिन IPO ने 72,75,75,756 शेयरों की तुलना में 1,46,58,24,030 शेयरों की बोली प्राप्त की है, जो इसकी अत्यधिक मांग को दर्शाता है।
बजाज हाउसिंग फाइनेंस का व्यवसाय
बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक गैर-डिपॉजिट लेने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है, जो सितंबर 2015 से नेशनल हाउसिंग बैंक में पंजीकृत है। यह कंपनी आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों की खरीद और पुनर्निर्माण के लिए वित्तीय समाधान प्रदान करती है। इसे RBI द्वारा “ऊपरी परत” NBFC के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसके व्यापक बंधक प्रस्तावों में होम लोन, संपत्ति पर ऋण, लीज रेंटल डिस्काउंटिंग और डेवलपर फाइनेंसिंग शामिल हैं।
Bajaj Housing Finance IPO की सब्सक्रिप्शन और फाइनेंस कंपनियों पर प्रभाव
Bajaj Housing Finance IPO की सफलता ने हाल ही में सूचीबद्ध अन्य हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों जैसे आधार हाउसिंग फाइनेंस और इंडिया शेल्टर फाइनेंस पर भी ध्यान केंद्रित किया है। ये दोनों कंपनियाँ हाल ही में स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हुई हैं और निवेशकों के बीच लोकप्रिय रही हैं।
निवेशकों के लिए क्या है सटीक दृष्टिकोण?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि Bajaj Housing Finance IPO के सब्सक्रिप्शन स्टेटस और ग्रे मार्केट में इसके प्रीमियम को देखते हुए यह IPO निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प साबित हो सकता है। हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि यह निवेश उनके जोखिम सहने की क्षमता पर भी निर्भर करता है। बजाज हाउसिंग फाइनेंस IPO सब्सक्रिप्शन स्टेटस और इसके शेयर की ग्रे मार्केट में स्थिति से यह साफ है कि यह निवेशकों के बीच लोकप्रिय है।
इस IPO के सफल होने से बजाज हाउसिंग फाइनेंस को अपनी पूंजी आधार को मजबूत करने में मदद मिलेगी, जिससे कंपनी भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा कर सकेगी। साथ ही, यह कंपनी के विकास को और भी बढ़ावा देगा, खासकर जब यह RBI के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सूचीबद्ध होगा।
इस प्रकार, Bajaj Housing Finance IPO में निवेश करने वाले निवेशकों के लिए एक शानदार अवसर हो सकता है, खासकर जब इसका सब्सक्रिप्शन स्टेटस और ग्रे मार्केट प्रीमियम दोनों ही सकारात्मक संकेत दे रहे हैं।