Reliance Anil Ambani: Reliance Power, अनिल अंबानी की कंपनी, ने हाल ही में ₹4,200 करोड़ जुटाने के लिए एक बड़ी योजना बनाई है। इस योजना को कंपनी के बोर्ड द्वारा मंजूरी दी गई है। यह राशि विदेशी मुद्रा परिवर्तनीय बॉन्ड्स (FCCBs) के जरिए जुटाई जाएगी, जो कि 10 साल की अवधि के लिए होगी और इस पर सालाना ब्याज दर सिर्फ 5% होगी। इन बॉन्ड्स का उपयोग कंपनी के व्यापार विस्तार, निवेश, और ऋण कम करने के लिए किया जाएगा।
शेयर मूल्य में गिरावट
Reliance Power के शेयर में इस घोषणा के बाद 5% की गिरावट देखी गई। शुक्रवार के दिन शेयर की कीमत ₹50.97 पर बंद हुई। यह गिरावट उस समय आई जब कंपनी के बोर्ड ने 500 मिलियन डॉलर यानी लगभग ₹4,200 करोड़ की फंड जुटाने की योजना को मंजूरी दी। हालांकि, कंपनी के इस फैसले से शेयर बाजार में हलचल मच गई और निवेशकों में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई।
कंपनी की विस्तार योजनाएं और निवेश
Reliance Anil Ambani के नेतृत्व में कंपनी ने यह कदम अपने व्यापार को और अधिक विस्तारित करने, सहायक कंपनियों और संयुक्त उपक्रमों में निवेश करने और ऋण कम करने के उद्देश्य से उठाया है। इससे पहले, 23 सितंबर को कंपनी ने ₹1,525 करोड़ जुटाने की योजना बनाई थी, जो कि एक प्राथमिक आवंटन के माध्यम से थी। इस फंड का उपयोग कंपनी के सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।
वेरडे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के साथ साझेदारी
Reliance Anil Ambani की इस फंड जुटाने की योजना में वेरडे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स, एलपी से जुड़ी कंपनियों के साथ साझेदारी की गई है। FCCBs को निजी प्लेसमेंट के आधार पर वेरडे इन्वेस्टमेंट पार्टनर्स के सहयोगियों को जारी किया जाएगा। इसके तहत लगभग 82.30 करोड़ इक्विटी शेयरों को ₹51 प्रति शेयर की दर से परिवर्तित किया जाएगा।
कर्मचारियों के लिए ESOS योजना
Reliance Power ने कर्मचारियों के लिए एक ESOS (कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना) भी तैयार की है, जिसे नामांकन और पारिश्रमिक समिति द्वारा संचालित किया जाएगा। इस योजना के तहत योग्य कर्मचारियों को स्टॉक विकल्प दिए जाएंगे, जिससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने और कंपनी के साथ उनके जुड़ाव को और मजबूती मिलेगी।
भूटान में सौर और Hydroelectricity परियोजनाएं
गुरुवार को Reliance Anil Ambani की कंपनी ने भूटान में सौर और Hydroelectricity परियोजनाओं के विकास की भी घोषणा की, जिसके बाद कंपनी के शेयर 5% बढ़कर ₹53 तक पहुंच गए। यह बाजार के सामान्य भाव को पीछे छोड़ते हुए हुआ, जिससे निवेशकों में सकारात्मकता देखी गई।
भविष्य की संभावनाएं
Reliance Anil Ambani की यह फंड जुटाने की योजना कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। कंपनी का उद्देश्य अपने व्यापार को तेजी से बढ़ाना और ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसरों का लाभ उठाना है। साथ ही, कंपनी ने अपने ऋण को कम करने की दिशा में भी ठोस कदम उठाए हैं, जो भविष्य में कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करेगा।
कुल मिलाकर, Reliance Power का यह निर्णय कंपनी के लिए व्यापारिक दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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