Russia Ukraine War में सितंबर 2024 का महीना रूस के लिए सबसे कठिन साबित हुआ है। अमेरिकी और ब्रिटिश सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, इस महीने में रूसी सेना को लगभग 36,000 हताहतों का सामना करना पड़ा, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह युद्ध 2022 से चला आ रहा है और अब तक रूसी सेना के कुल हताहतों की संख्या 600,000 के पार हो चुकी है। हालांकि, रूस ने आधिकारिक तौर पर अपने सैनिकों की हताहतों की संख्या का कोई आंकड़ा नहीं जारी किया है, क्योंकि इसे राज्य का गुप्त डेटा माना जाता है।
सितंबर 2024: रूस के लिए सबसे भारी महीना
अमेरिकी और ब्रिटिश सैन्य विशेषज्ञों द्वारा किए गए विश्लेषण से पता चला है कि Russia Ukraine War में सितंबर 2024, रूसी सैनिकों के लिए अब तक का सबसे खतरनाक महीना रहा। औसतन, रूसी सेना को हर दिन 1,200 से अधिक हताहतों का सामना करना पड़ा। पश्चिमी अधिकारियों ने इसे मॉस्को के लिए सबसे महंगा महीना करार दिया, लेकिन सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया गया।
रूस ने इस युद्ध के दौरान अपने हताहतों की जानकारी को सार्वजनिक नहीं किया है। हालांकि, युद्ध के मैदान से आ रही खबरों से यह स्पष्ट है कि रूसी सेना को भारी नुकसान हो रहा है।
ज़ेलेंस्की की विजय योजना
Russia Ukraine War में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने यूरोप भर में अपने “विजय योजना” को बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। इस योजना का उद्देश्य रूस के खिलाफ युद्ध का एक न्यायपूर्ण अंत करना है। ज़ेलेंस्की ने यूरोप के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की, जिसमें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, नाटो के महासचिव मार्क रुटे, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी शामिल थे।
इस दौरे के दौरान, ज़ेलेंस्की ने पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात की और जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के साथ बातचीत करने की योजना बनाई। ज़ेलेंस्की की इस योजना का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के लिए और अधिक सैन्य सहायता प्राप्त करना और युद्ध को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाना है।
क्या ज़ेलेंस्की की योजना काम करेगी?
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की योजना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह अपने उद्देश्य को प्राप्त कर पाएंगे। जबकि कई यूरोपीय देश यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं, अमेरिका में समर्थन में कमी देखी जा रही है, खासकर अमेरिकी चुनावों के चलते। ज़ेलेंस्की के लिए यह समय निर्णायक हो सकता है क्योंकि उन्हें अपने देश के लिए समर्थन को बनाए रखने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
रूस की शांति वार्ता से दूरी
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ के साथ शांति वार्ता करने से इनकार कर दिया है। जर्मनी के विदेश मंत्री अनालेना बेयरबॉक ने कहा कि रूस शांति की किसी भी पहल को अस्वीकार कर रहा है और पुतिन हर दिन युद्ध और विनाश के पक्ष में एक नया संकेत भेज रहे हैं।
इसके बावजूद, ज़ेलेंस्की और उनके सहयोगी यह मानते हैं कि यूक्रेन एक न्यायपूर्ण शांति के लिए तैयार है।
ओडेसा पर हमले में मारे गए लोग
Russia Ukraine War के दौरान रूस ने यूक्रेन के ओडेसा क्षेत्र पर रातभर मिसाइल हमला किया, जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए, जिनमें एक 16 वर्षीय लड़की भी शामिल थी। इस सप्ताह ओडेसा पर यह चौथा हमला था, जिसमें अब तक 14 लोग मारे जा चुके हैं और 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। यह हमले यूक्रेन के अनाज निर्यात को बाधित करने के लिए किए जा रहे हैं, क्योंकि ओडेसा क्षेत्र देश के कृषि उत्पादों के निर्यात के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई
यूक्रेन के वायु रक्षा बलों ने कहा कि उन्होंने रात भर में 66 रूसी ड्रोन में से 29 को मार गिराया। इसके अलावा, रूस ने दो मिसाइलें भी दागीं और 31 ड्रोन “इलेक्ट्रॉनिक युद्ध” के कारण लोकेशन से बाहर हो गए।
यूक्रेनी वायु सेना ने यह भी बताया कि कुछ ड्रोन रूसी क्षेत्र की ओर लौट गए थे।
निष्कर्ष
Russia Ukraine War का सितंबर 2024 का महीना रूस के लिए सबसे खतरनाक साबित हुआ है, जिसमें रूसी सेना को भारी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की अपनी “विजय योजना” के तहत अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं। यूरोप के प्रमुख नेताओं के साथ उनकी बैठकों से यह स्पष्ट है कि यूक्रेन युद्ध को न्यायपूर्ण तरीके से समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि क्या ज़ेलेंस्की की योजना वास्तव में सफल हो पाएगी और रूस के साथ शांति वार्ता शुरू होगी।
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