अहमदाबाद पुलिस ने हाल ही में Journalist Mahesh Langa के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया है, जिससे उन पर लगे आरोपों की संख्या तीन हो गई है। Mahesh Langa, जो ‘द हिंदू’ के अहमदाबाद स्थित संवाददाता हैं, पहले से ही GST धोखाधड़ी और धोखाधड़ी के मामलों में फंसे हुए हैं। इस नए मामले में विज्ञापन कंपनी के मालिक प्रणव शाह की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि Journalist Mahesh Langa ने ₹28.68 लाख की धोखाधड़ी की है।
केस का विवरण
प्रणव शाह के अनुसार, उन्होंने मार्च और जून में Journalist Mahesh Langa को ₹23 लाख का भुगतान किया था, जिससे वह विज्ञापन कार्य में मदद कर सकें और एक प्रमोशनल पोर्टल बना सकें। इसके अलावा, शाह ने ₹5 लाख से अधिक का खर्च एक पार्टी के आयोजन पर भी किया, जिसका खर्चा लांगा ने उठाने का वादा किया था। शाह का दावा है कि लांगा ने न केवल भुगतान करने से इनकार कर दिया बल्कि उन्हें धमकी भी दी।
पुलिस के अनुसार, Journalist Mahesh Langa अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व का लाभ उठाते हुए सरकारी और निजी कार्यालयों में प्रवेश कर कई वित्तीय फायदों के लिए लोगों को प्रभावित करते रहे हैं।
GST घोटाले का खुलासा
अहमदाबाद पुलिस ने बताया कि Journalist Mahesh Langa पर GST में भी बड़े स्तर पर धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं। पुलिस के मुताबिक, लांगा और उनके सहयोगियों ने ‘ध्रुवी एंटरप्राइजेज’ नामक एक शेल कंपनी का गठन किया, जिसमें एक कृषि श्रमिक के पहचान-पत्र का उपयोग किया गया था। यह कंपनी जाली बिल और इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा कर GST को चकमा देती थी। इस घोटाले का प्रभाव इतना व्यापक है कि इससे सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान हुआ।
Journalist Mahesh Langa की पत्नी के स्वामित्व वाली कंपनी, DA एंटरप्राइजेज, इस नेटवर्क की मुख्य केंद्र मानी जा रही है। इसके टर्नओवर में 2020-21 के ₹21 लाख से लेकर 2022-23 में ₹6.7 करोड़ तक की तेज़ी आई, जिसने जांचकर्ताओं को चौकस कर दिया।
संदिग्ध शेल कंपनियों का नेटवर्क
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि Mahesh Langa ने लगभग 220 से अधिक शेल कंपनियों का एक नेटवर्क तैयार किया था, जिनमें से कई कंपनियों के लिए एक ही मोबाइल नंबर और पैन कार्ड का उपयोग किया गया था। इससे उनके वित्तीय लेन-देन में संदेहास्पद गतिविधियों का संकेत मिला।
गोपनीय दस्तावेजों के साथ खेलने का आरोप
लांगा की गिरफ्तारी के बाद कई संगठनों ने उनका समर्थन किया। ‘द हिंदू’ के निर्देशक एन राम ने इस मामले को लेकर गुजरात पुलिस की कड़ी आलोचना की और कहा कि यदि पत्रकारों पर गोपनीय दस्तावेजों को हासिल करने और उनका विश्लेषण करने के लिए केस दर्ज किए जाते हैं, तो देश में जांच-पत्रकारिता का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।
निष्कर्ष
Journalist Mahesh Langa के खिलाफ अहमदाबाद में तीसरी FIR दर्ज होने के बाद मामला और पेचीदा हो गया है। पुलिस ने इस जांच में कई संदिग्ध लेन-देन, शेल कंपनियों, और फर्जी बिलिंग के जाल का खुलासा किया है।
सबसे पहले Latest News in Hindi में पाने के लिये, लाइक करे हमें Facebook पर और फॉलो करे हमें, Twitter और Linkedin पर। जाने भारत की Important News Headlines ऑन Newsguru24.in